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Railways ने अपने लाखों कर्मचारियों को दिया बड़ा तोहफा,अब जहां चाहेंगे वहां हो सकेगा आसानी से ट्रांसफर

Indian Railways

image credit (Google)

Railways: भारतीय रेलवे भारत सरकार का ऐसा विभाग है जिसमें संभवत देश में सबसे ज्यादा कर्मचारी हैं. एक अनुमान के मुताबिक भारतीय रेलवे (Railways) में 13 लाख से ज्यादा कर्मचारी हैं जो हर दिन यात्रियों को अपने गंतव्य पर सुरक्षित पहुंचाने के लिए दिन रात मेहनत में लगे रहते हैं. क्योंकि भारतीय रेलवे का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है इसलिए रेलवे कर्मचारियों की पोस्टिंग भी कई बार कई हजार किलोमीटर दूर हो जाती है. रेलवे ने इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए अपने लाखों कर्मचारियों को आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर बड़ा तोहफा दिया है. जी हां रेलवे के फैसले के अनुसार अब रेलवे कर्मचारी जहां चाहें वहां आसानी से पोस्टिंग करवा सकते हैं. आइए पूरी जानकारी आपको डिटेल में बताते हैं.

रेलवे ने बनाई ये नई पॉलिसी

अमूमन ऐसा देखा जाता है रेलवे कर्मचारियों की पोस्टिंग अपने घर से हजारों किलोमीटर की दूरी पर दूसरे स्टेट में भी हो जाती है. इसके कारण कई बार उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हर कर्मचारी कोशिश करता है कि वह अपने घर के आस-पास उसका ट्रांसफर हो जाए.अब तक इस काम में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था.लेकिन अब रेलवे बोर्ड (Railway Board) की तरफ से ऐसी पॉलिसी तैयार की गई है, जिससे रेलवे के लाखों कर्मचारियों को ट्रांसफर कराने में
में आसानी हो जाएगी.

Indian Railways

जानकारी के मुताबिक रेलवे के सॉफ्टवेयर बनाने वाले सेंटर फोर रेलवे इंफोर्मेशन सिस्टम (CRIS) ने कर्मचारियों के प्रबंधन के लिए एक अहम माड्यूल तैयार क‍िया है. इसको एचआरएमएस (NRMS) नाम दिया गया है.रेलवे बोर्ड के अनुसार इंटर जोनल और इंटर डिव‍िजनल ट्रांसफर के ल‍िए सभी एप्‍लीकेशन इसी के जर‍िये फाइल होंगी. इसके अलावा पहले से जिसकी भी ट्रांसफर की एप्‍लीकेशन पेंड‍िंग है, उसे भी इस पर ही अपलोड क‍िया जाएगा. रेलवे अधिकारियों के अनुसार इस माड्यूल के लागू होने से ट्रांसफर में ट्रांसपेरेंसी आ जाएगी.

अधिकार‍ियों के मुताबिक किसी स्टाफ का ट्रांसफर का समय आने पर वह एचआरएमएस में ऑनलाइन आवेदन कर सकेगा. एक ही जगह के ल‍िए दो आवेदन आने पर पहले वाले को वरीयता दी जाएगी. कर्मचारी के आवेदन पत्र पर सुपरवाइजर, ब्रांच अधिकारी और कार्मिक विभाग के अधिकारी भी राय दे सकेंगे. लेकिन ट्रांसफर पर अंतिम निर्णय डीआरएम या एडीआरएम का ही होगा. रेलवे बोर्ड के इस निर्णय के बाद रेलवे के कर्मचारियों में खुशी का माहौल है क्योंकि अब बिना किसी परेशानी के पूरी पारदर्शिता के साथ उनका ट्रांसफर हो सकेगा.

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