Site icon Bloggistan

Yoga For Stomach Pain: पेट की समस्या से निजात दिलाता है ये योगासन, रोजाना करने से जल्द मिलेगा आराम

Meditation for Control Uric Acid Level

Meditation for Control Uric Acid Level

Yoga For Stomach Pain:अधिक खाने, गलत आहार लेने, या गलत समय पर खाने की वजह से हमें पेट में दर्द की समस्या हो जाती है. इसके अलावा पानी का कम सेवन भी कब्ज या गैस जैसी समस्याओं का कारण बनता है,जिससे पेट में दर्द हो सकता है. इस तरह की समस्याओं से बहुत से लोग प्रभावित होते हैं. ऐसा निरंतर होने से आपको पेट संबंधी विकार हो सकते हैं. इसलिए इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आपको कुछ योगासनों का अभ्यास करना चाहिए. तो आइए जानते हैं ऐसे योगासन के बारे में जिसके योजाना करने से आपको पेट की समस्या से निजात मिलेगा-

पेट की समस्या से निजात दिलाता है ये योगासन ( Yoga For Stomach Pain)

उत्तान पादासन

उत्तान पादासन ऐसा योग है जिसे करने से पेट की सारी समस्याओं से निजात मिल जाती है. इसे करने से पेट की चर्बी भी कम होती है. पेट में हो रही कब्ज की परेशानी के लिए ये रामबाण आसन है. उत्तान पादासन करने से नाभि मंडल भी स्वस्थ रहता है, साथ ही पेट की आंते सुदृढ़ होती है. इसे करने से गैस की बीमारी भी खत्म हो जाती है.

उत्तान पादासन करने का तरीका

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं.

अब अपने दोनों हाथों को जांघों के बगल में रखें. ध्यान रहे कि आपके घुटने ,एड़िया और अंगूठे आपस में सटे होने चाहिए.

ये भी पढ़ें :Yoga for Skin : कम उम्र में ही चेहरे पर आ गई है झुर्रियां, तो रोजाना करें ये योगासन, दिखेंगी जवान और खूबसूरत

इसके बाद सांस भरें और अपने दोनों पैरों को मिलाकर धीरे-धीरे ऊपर उठाएं. जब तक सांस रोक पाए ,तब तक पैर को भी ऊपर ही रखें.

अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पैर को नीचे ले आएं और शरीर को ढीला छोड़ दें.

भुजंगासन

नियमित तौर पर भुजंगासन करने से पेट के सारे विकार दूर हो जाते हैं. इसे करने से पेट में गैस औऱ कब्ज जैसी कोई समस्या नहीं रहती है. इस योगासन में आपको अपने शरीर से सर्प की आकृति बनानी होती है. भुजंग का अर्थ सांप होता है इसलिए इस आसन को भुजंगासन कहा जाता है. इसे अंग्रेजी में कोबरा पोज भी कहा जाता है. सूर्य नमस्कार में सातवें स्टेप में भुजंगासन आता है.

भुजंगासन करने का तरीका

सबसे पहले किसी मैट पर पेट के बल लेट जाएं और अपने पैरों को पीछे की तरफ सीधा फैला लें.

अब अपनी हाथों को उठाते हुए कंधे के सीध में ले आएं.इस दौरान पैरों को सीधा व तना हुआ रखें.

अब सांस लेते हुए शरीर के आगे के हिस्से को नाभि तक उठाएं. कुछ देर तक इस स्थिति में बने रहें जब तक आपकी क्षमता हो

इसी योगाभ्यास में धीरे-धीरे सांसों को अंदर व बाहर की तरफ छोड़ते रहें. इस चक्र को 3 से 4 बार करें.

आपके लिए – लाइफस्टाइल से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें

Exit mobile version