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G20 summit: भारत ने यू नहीं खर्च किए 4254 करोड़, देखें तोहफा में क्या-क्या मिला फायदा

G20 summit

G20 summit (goolge)

G20 summit: भारत में आयोजित G20 समिट अब खत्म हो चुका है. जिसमें दुनिया भर के 20 ताकतवर देश शामिल हुए, अमेरिका से लेकर ब्रिटेन, जापान देश के बड़े-बड़े नेता शामिल हुए थे. जिनका भव्य स्वागत भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया और इस आयोजन पर भारत में करोड़ों रुपए भी खर्च किए हैं. तो आइए जानते हैं क्या कुछ भारत को इस बैठक से मिला है?

G20 समिट में भारत को मिला ये तोहफा

रिपोर्ट की माने तो, जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 summit) में 4254.75 करोड रुपए खर्च किए गए. इन खर्च को 12 श्रेणियां में डिवाइड किया गया था. जिसमें स्ट्रीट साइनेज, सुरक्षा, फुटपाथ, लाइटिंग और सड़कों आदि पर खर्च किया गया है. खैर ये तो बात खर्च की है, लेकिन बैठक के बाद भारत को ग्लोबल लीडर के तौर पर देखा जाने लगा है. दुनिया भर के इस ताकत को आज लोग देख रहे हैं. भारत की साथ दुनिया भर में बढ़ने लगी है, ऐसे वक्त में g20 का आयोजन भी हो रहा है. जब भारत के इकोनामिक तेजी से दौड़ लगा रहे हैं. भारत दुनिया की पांचवी अर्थव्यवस्था से तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर लगातार बढ़ रहा है.

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अमेरिका से भारत को मिला ?

G20 शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत की धरती पर पहुंचते ही सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात किया और प्रधानमंत्री मोदी ने उनका जोरदार भारत की धरती पर स्वागत किया. आज के समय में अमेरिका और भारत के बीच आर्थिक संबंध लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं. इस शिखर सम्मेलन में भी इतना ही नहीं चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते ट्रेड बार या फिर कोल्ड वॉर का फायदा भी भारत को लगातार मिल रहा है. चीन और अमेरिका के बीच बढ़ती दूरी से अवैध की कंपनियों के लिए भारत एक बड़ा विकल्प बनता जा रहा है. दरअसल, g20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत के 1 दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच रिन्यूएबल इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट फंड को लेकर समिति बनी और तय किया गया कि दोनों देश मिलकर 1 अरब डॉलर का निवेश भी करेंगे.

ब्रिटेन से मिलेगा भारत को..

ब्रिटिश प्रधानमंत्री विश्व सोना भारत के इस दी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. जहां उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत करते हुए दोनों देशों के बीच ट्रेड एग्रीमेंट, कोरोना वैक्सीन रिसर्च, अनाज समझौता और MSCA फाइटर जेट इंजन को लेकर बातचीत की गई है. वहीं सोलर एनर्जी, क्लीन एनर्जी यूपीआई और ग्रीन हाइड्रोजन पर भी चर्चा किया गया है.

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