Site icon Bloggistan

Pakistan food crisis:कर्ज में डूबे पाकिस्तान में दाने-दाने को लेकर हो रहे दंगे, गरीबी में आटा गीला कहावत हुई सच

Pakistan food crisis(Image source-Google)

Pakistan food crisis(Image source-Google)

Pakistan food crisis: हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. पाकिस्तान में अब एक-एक किलो आटे के लिए गोलियां चल रहीं हैं. पाकिस्तान में आटे की इतनी कमी हो गई है कि, 10 किलो आटा 1500 रुपये का मिल रहा है.हैरानी की बात है कि, इतने महंगे आटे के लिए भी लोगों को कई-कई दिन तक लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है.

Pakistan food crisis(Image source-Google)

गरीबी में आटा गीला

पाकिस्तान के बलोचिस्तान में लोगों ने आटे से भरे एक ट्रक को घेर लिया था. इन लोगों के हाथ में AK-47 और दूसरी रायफल्स थीं.वहीं सिंध प्रांत में एक सरकारी दुकान पर आटा खरीदने के दौरान भगदड़ मचने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. सरकार दावा कर रही है कि, राशन की सरकारी दुकानों पर सब्सिडी वाला आटा बेचा जा रहा है, लेकिन 2-3 दिन तक लाइन में खड़े होने के बाद भी लोगों को आटा नहीं मिल पा रहा. पाकिस्तान में आटा इतना महंगा हो चुका है वहां 23 करोड़ की आबादी में चार से पांच करोड़ लोग आज चाहकर भी आटा नहीं खरीद सकते.

Pakistan food crisis(Image source-Google)

अंडा-दूध कई गुनी कीमत पर बिक रहे

पाकिस्तान में सिर्फ आटा ही नहीं बल्कि खाने पीने के सभी सामान इतने महंगे हो गए हैं, कि लोगों के लिए इन्हें खरीदना मुश्किल हो रहा है. पाकिस्तान में एक दर्जन अंडे की कीमत 330 रुपये, चिकन 650 रुपये किलो, दूध 190 रुपये लीटर और प्याज 280 रुपये किलो बिक रहा है. हालांकि, इस स्थिति की वजह भी खुद पाकिस्तान की मौजूदा और पिछली सरकार

क्यों बने ऐसे हालात?

पाकिस्तान साल 2022-23 में सेना पर 57 हजार 482 करोड़ रुपये खर्च करेगा लेकिन खेती पर सिर्फ 620 करोड़ रुपये ही करेगा. यानी सेना का बजट कृषि बजट से 91 गुना ज्यादा है. और इस अनदेखी से पाकिस्तान में अनाजों की पैदावार घट रही है. साल 2022 में गेहूं की पैदावार का लक्ष्य लगभग 29 मिलियन टन था. लेकिन पैदा हुआ लगभग 26 मिलियन टन. जबकि खपत हुई लगभग 31 मिलियन टन. तो गेहूं कम पैदा हुआ और खपत ज्यादा हुई तो फिर आटा कहां से आएगा.

गले तक कर्ज में डूबा है पाकिस्तान

पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भी लगातार कम हो रहा है. पिछले साल पाकिस्तान के फॉरेन रिजर्व्स में दो लाख करोड़ रुपये की विदेशी मुद्री थी, लेकिन अब ये आंकड़ा भारतीय रुपये में सिर्फ 93 हज़ार करोड़ रुपये रह गया है.जिससे वो दूसरे देशों से अपनी ज़रूरत का सामान और सेवाएं खरीद सकता है. यही वजह है कि डॉलर के मुकाबले पाकिस्तान का रुपया भी लगातार कमज़ोर हो रहा है.

कैसे चुकाएगा कर्ज?

पाकिस्तान पर आज 21 लाख 20 हज़ार करोड़ रुपये का कर्ज है. यानी पाकिस्तान पर उसकी जीडीपी के 77 प्रतिशत के बराबर कर्ज है. ये आंकड़ा इतना ज्यादा है कि, अब पाकिस्तान लगभग कंगाल होने की कगार पर पहुंच चुका है.

ये भी पढ़ें:Currency Note: बंद होने के बावजूद 1000 रुपये का नोट दिलाएगा 3 लाख!, जानें कैसे

Exit mobile version